प्राथमिक रंग, द्वितीयक रंग तथा पूरक रंग किसे कहते है? चित्र व उदाहरण सहित जाने

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रंग वह वर्ण होते है जो किसी वस्तु से परावर्तित होने के बाद हमारी आँखों में पहुंचते है। कोई भी वस्तु जिस प्रकार के रंग को परावर्तित करती है उस रंग की दिखाई देती है। भिन्न-भिन्न रंगो की आवृत्ति तथा तरंगदैर्ध्य भी अलग-अलग होती है। बैगनी रंग का अपवर्तनांक सबसे अधिक तथा लाल रंग का अपवर्तनांक सबसे कम होता है। इसी प्रकार बैगनी रंग की तरंगदैर्ध्य सबसे कम तथा लाल रंग की तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक होती है।

प्राथमिक रंग (Primary color)

प्राथमिक रंग कुल तीन प्रकार के होते है। लाल, हरा एवं नीला रंग को प्राथमिक रंग कहते है। प्राथमिक रंगो को ही भिन्न-भिन्न अनुपात में मिलाने पर नए रंगो की उत्पत्ति होती है इस कारण भी इन्हे प्राथमिक रंग कहते है।

प्राथमिक रंगो को याद करने की एक TRICK ट्रिक भी है जिसकी मदद से आप इनके नाम आसानी से याद रख सकते है। TRICK है शब्द- हिलाना
यदि हम हिलाना शब्द को तोड़े तो ये ही+ला+ना होगा। अतः अक्षर से हम हरा रंग तथा ला से लाल रंग तथा ना से नीला रंग याद रख सकते है।

इसके अलावा हम चित्र की सहायता से भी प्राथमिक तथा द्वितीयक रंगो के नामो को याद रख सकते है।

Primary color and secondary color (प्राथमिक, द्वितीयक तथा पूरक रंग)
Primary colour and secondary colour

द्वितीयक रंग (Secondary Color)

दो प्राथमिक रंगो को मिलाने से द्वितीयक रंग की उत्पत्ति होती है।
उदाहरण- पीला, मैजेंटा, पीकॉक नीला रंग को द्वितीयक रंग कहते है।

  • लाल + नीला = मैजेंटा (Magenta)
  • हरा+ नीला = पीकॉक नीला (cyan)
  • लाल + हरा = पीला (Yellow)

दो प्राथमिक रंगो को मिलाने पर द्वितीयक रंग बनते है लेकिन यदि एक प्राथमिक तथा दूसरे द्वितीयक रंग को मिलाया जाए तो सफेद रंग की प्राप्ति होती है।
प्राथमिक रंग + प्राथमिक रंग= द्वितीयक रंग
प्राथमिक रंग +द्वितीयक रंग = सफेद रंग

पूरक रंग (Complementary color)

जब दो रंगो को आपस में मिलने पर श्वेत प्रकाश (सफेद रंग) बनता है तो उसे पूरक रंग कहते है।
उदाहरण-

  • लाल + पीकॉक नीला = सफेद
  • हरा + मैजेंटा = सफेद
  • नीला + पीला = सफेद
  • लाल + हरा = सफेद

Note- जब हम ड्राइंग (कला) में उपयोग होने वाले रंगो को मिलाते है तो सफेद रंग नहीं प्राप्त होता है। क्योंकि दैनिक जीवन में प्रयोग किए जाने वाले रंगो में अशुद्धियां उपलब्ध होती है।

रंगो की तरंगदैर्ध्य तथा आवृत्ति | wavelength and frequency of colors

परीक्षा में रंगो की तरंगदैर्ध्य तथा आवृत्ति से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है कि किस रंग कि आवृत्ति सबसे कम तथा किसकी सबसे अधिक होती है। इसी प्रकार रंगो में तुलना कराकर यह सवाल भी पूछ लिए जाते है कि कौन से रंग कि तरंगदैर्ध्य अधिक होगी। अतः टेबल को ध्यान से पढ़े-

रंगो के नामतरंगदैर्ध्य (Wavelength)आवृत्ति (Frequency)
लाल (RED)650 nm430-480 THz
नारंगी (Orange)600 nm480-510 THz
पीला (Yellow)580 nm510-540 THz
हरा (Green)550 nm540-580 THz
नीला (Blue)450 nm610-670 THz
बैंगनी (Violet)400 nm670-750 THz
Colors and their wavelength and frequencies


video credit- Eminent study

वस्तुओ के रंग दिखने का तरीका | Color of object when other colors rays fall on it

यदि कोई वस्तु लाल रंग की दिखाई दे रही है इसका मतलब यह है कि वह वस्तु इस रंग को परावर्तित कर रही है। वस्तु जिस रंग को परावर्तित करती है उसी रंग की दिखाई पड़ती है।

सफेद वस्तु- वह वस्तु जो सभी रंगो को परावर्तित कर देती है, सफेद रंग की वस्तु कहलाती है।
काली वस्तु- वह वस्तु जो सभी रंगो को अवशोषित कर लेती है, काले रंग की वस्तु कहलाती है।

इसी कारण जब लाल गुलाब को हरे शीशे के माध्यम से देखा जाता है तो वह काला दिखाई पड़ता है। Competitive Exam में इस प्रकार से सवाल पूछ लिए जाते है कि नीले कागज पर हरा रंग की किरणे डालने पर वह किस रंग का दिखेगा। इसलिए इनको पढ़े-

वस्तु का नाम व रंगसफेद किरणों मेंलाल किरणों मेंहरी किरणों मेंपीली किरणों मेंनीली किरणों में
सफेद कागजसफेदलालहरापीलानीला
लाल कागजलाललालकालाकालाकाला
हरा कागजहराकालाहराकालाकाला
पीला कागजपीलाकालाकालापीलाकाला
नीला कागजनीलाकालाकालाकालानीला
विभिन्न रंगो की वस्तु पर अन्य रंग की किरणे डालने पर वस्तु का रंग

इस टेबल से लगभग सभी परीक्षा में एक न एक सवाल जरूर पूछा जाता है। यह भी जाने-


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